सबसे पहले बेसन को एक बड़े बाउल में छानकर निकाल लें और पानी की सहायता से बेसन का घोल बना लें.
अब इस घोल में बेकिंग सोडा व मीठा पीला रंग को डालकर अच्छी तरह से फेंट लें ताकि घोल की गुठलियां पूरी तरह से खत्म हो जाएं.
इस घोल को करीब 10-15 मिनट के लिए ढंककर रख दें.
बूंदी तलने के लिए एक कड़ाही में घी या तेल डालकर गरम करने के लिए गैस पर रखें.
अब तेल की गर्माहट चेक करने के लिए बेसन के घोल की एक बूंद कढ़ाई में डालकर देखे, अगर बेसन की बूंद सिककर तैरकर तेल के ऊपर आ जाती है तो तेल पूरी तरह से गरम है.
अब कलछी को तेल के थोड़ा ऊपर रखे और बेसन का घोल एक बड़े चमचे में भरकर कलछी के ऊपर डालें.
कलछी से बेसन के घोल की छोटी-छोटी बूंदे निकल कर तेल में गिरने लगेगी .
अब कलछी को कड़ाही के ऊपर खटखटा कर बूंदी तेल में गिरा सकते हैं.
जब बूंदी का रंग बदलने लगे और यह कुरकुरे होने लगे तो गहरी कलछी से इसे एक प्लेट में निकाल कर रखते जाएं.
इसी तरह बेसन के पूरे घोल की बूंदी बना लें.
तली हुई बूंदी जब पूरी तरह से ठंडी हो जाए तो इसे एक एयरटाइट कंटेनर में स्टोर करके रख लें और आवश्यकता होने पर प्रयोग में लाएं.
* एक तार की चाशनी बनाकर उसमें बूंदी डालकर मीठी बूंदी भी बना सकते हैं ।
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