चाशनी बनाना अपने आप मे एक कला है.
अक्सर हम कोई मीठा आइटम बनाते समय चाशनी तक आ कर मात खा जाते है और हमारी मिठाई अपने असली अंदाज़ की नहीं बन पाती.
आज मैं आपको चाशनी बनाने के कुछ टिप्स बता रहीं हूँ.
चीनी को पानी में मिला कर, चीनी घुलने तक पकाकर, सीरप यानी कि चाशनी तैयार की जातौ है. बहुत सारी भारतीय मिठाइयों में चीनी की चाशनी बनाकर प्रयोग में लाई जाती है.
चाशनी कई प्रकार की होती है, अलग अलग मिठाइयों में अलग अलग तरीके की चाशनी प्रयोग की जाती है और इन चाशनी को 1 तार की चाशनी (One string Sugar Syrup), 2 तार की चाशनी (two string Sugar Syrup), और 3 तार की चाशनी (three string Sugar Syrup), कहते हैं, जो इनके गाढ़े और पतले पन के अनुसार पहंचानी जाती है.
चाशनी बनाने के लिये हम अधिकतर 2 भाग चीनी और 1 भाग पानी का यूज करते हैं, और चाशनी को पकाते समय, चीनी घुलने के बाद कम या ज्यादा समय पकाकर उसकी कनसिसटेन्सी को चैक करके मिठाई के अनुसार चाशनी तैयार कर लेते हैं, या चाशनी को उसकी कनसिसटेन्सी के हिसाब से बनाने के लिये चीनी और पानी का अनुपात कम ज्यादा करके बनाते हैं. चीनी को घुलने तक पकाकर उसकी कनसिसटेन्सी को चैक करके चाशनी तैयार करते हैं. किसी भी तरीके से बनायें बाद में चाशनी को चैक अवश्य करना है.
👉गुलाब जामुन बनाने के लिये
1 तार की चाशनी तैयार करनी होती है. इसके लिये 1 कप चीनी और आधा कप पानी किसी बर्तन में डालिये और गरम करने के लिये रख दीजिये, पानी में उबाल आने और चीनी पानी में घुलने के बाद चैक कीजिये, चमचे से 2 बूंद चाशनी की किसी प्याली में निकालिये और उंगली और अंगूठे के बीच चिपकाइये, चाशनी में 1 तार बने लेकिन तार की लम्बाई अधिक न हो, बहुत कम हो 3-4 मिमि. हो, चाशनी बन कर तैयार है, अगर चाशनी में तार बिलकुल नहीं बन रहा है, तब उसे और 1-2 मिनिट पकाइये और फिर से इसी तरह चैक कीजिये, जैसे ही आपको 1 तार की कनसिसटेन्सी मिल जाय, गैस बन्द कर दीजिये. रसगुल्ला के लिये चाशनी 1 तार की चाशनी बन कर तैयार हो जायेगी.
केन्डी थर्मामीटर से तापमान लेकर भी चाशनी बनाई जाती है. 1 तार की चाशनी बनाने के लिये 220 -222 डि फा. या 104 – 105 डि सें तक तापमान तक चाशनी को बना कर तैयार कर लीजिये.
👉*एक तार की चाशनी*
1 तार की चाशनी एसी मिठाइयों के लिये आवश्यकता होती है, जो चाशनी को एब्जोर्ब करते हैं, जैसे गुलाब जामुन, काला जाम, जलेबी, इमरती, मीठी बूंदी, शाही टोस्ट आदि.
👉*दो तार की चाशनी*
2 तार की चाशनी बनाने के लिये, 1 तार की चाशनी को 3-4 मिनिट और उबलने दीजिये, और 1-2 बूंद प्याली में गिरा कर, थोड़ा ठंडा होने के बाद, उंगली से चिपका लीजिये, उंगली और उंगूठे बीच चिपका कर देखिये कि 2 तार निकल रहे हैं और तार पहले से लम्बा हो रहा है.
केन्डी थर्मामीटर तापमान 235 – 240 डि फा./ 112- 115 डि. से. होना चाहिये. 2 तार वाली चाशनी का यूज , गुझिया, मठरी और शकर पारे के ऊपर चढ़ाने के लिये होता है.
👉*तीन तार की चाशनी*
3 तार की चाशनी बनाने के लिये, 2 तार वाली चाशनी को और 2 -3 मिनिट तक उबलने दीजिये. प्याली में 1 ड्रोप चाशनी डालिये, थोड़ा ठंडा होने के बाद उंगली और अंगूठे के बीच चिपका कर देखिये, अब चाशनी से 3 तार निकलने लगेंगे और तार की लम्बाई भी अधिक होगी, और आप चिपकाते समय महसूस करेंगे कि चाशनी की गोली बनने लगेगी और वह तुरन्त जमने लगेगी.
3 तार की चाशनी बनाने के लिये केन्डी थर्मामीटर तापमान ,250 – 265 डि. फा./ 125- 130 डि. से. होना चाहिये.
तीन तार की चाशनी का प्रयोग बर्फी बनाने के लिये, बूरा बनाने के लिये, बताशे बनाने के लिये, लाई या खील पर चढ़ाने के लिये, इलाइची दाने बनाने के लिये आदि के लिये किया जाता है.
थोड़ी ही प्रेक्टिस के बाद आप चाशनी में अन्तर करना अवश्य सीख लेंगे.
👉*सुझाव*
चाशनी पतली लग रही हो तो उसे थोड़ा और उबालिये गाढ़ी हो जायेगी.चाशनी गाढ़ी हो गई है तो थोड़ा सा पानी मिला कर गरम कर दीजिये पतली हो जायेगी
चाशनी में मिठाई के अनुसार अच्छी महक के लिये इलाइची पाउडर या केसर या गुलाब जल डाला जा सकता है.चीनी में गन्दगी हैं तब चाशनी बनाते समय, 2-3 टेबल स्पून दूध डाल दीजिये, चाशनी की गन्दगी झाग के रूप में चाशनी के ऊपर आ जायेगी, उसे कलछी से निकाल कर हटा दीजिये, एक दम क्लीयर चाशनी बन कर तैयार हो जायेगी.
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